किस्सा 2008 का : '10 राउंड पीछे रहने पर मुझे कार्यकर्ता भी छोड़ गए थे'

 


किस्सा 2008 का : '10 राउंड पीछे रहने पर मुझे कार्यकर्ता भी छोड़ गए थे'


कांग्रेस के पूर्व विधायक अनिल चौधरी ने 2008 के दिल्ली विधानसभा चुनावों को याद करते हुए बताया कि मैं पटपड़गंज विधानसभा से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहा था। प्रचार के बाद बड़ी संख्या में वोट पड़े थे। भाजपा इस सीट पर अपनी जीत तय मान कर चल रही थी। मतगणना वाले दिन जब गिनती शुरू हुई तो पहले राउंड से ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में निराशा छाने लगी। मैं भाजपा प्रत्याशी से पहले राउंड में ही पिछड़ गया। यह सिलसिला 10 राउंड तक जारी रहा। 10वें राउंड के बाद कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता मतगणना केंद्र छोड़कर अपने अपने घर लौट गए थे।


भाजपा प्रत्याशी के साथ मौजूद कार्यकर्ताओं ने वहां लड्डू, झंडे और ढोल-नगाड़े बुला लिए थे। मुझे उम्मीद थी कि जीत मेरी ही होगी और मैं खुद इसी उम्मीद में अंत तक मतगणना केंद्र पर बैठा रहा। 11वें राउंड में कांग्रेस के समर्थन में वोट बढ़ने शुरू हुए और भाजपा प्रत्याशी से मैं केवल 4200 वोट से पीछे रह गया। इसके बाद अगले साढ़े तीन राउंड में कांग्रेस ने न केवल 4200 वोटों के अंतर को खत्म किया, बल्कि 639 वोट से भाजपा प्रत्याशी को हरा दिया।


भाजपा प्रत्याशी 14 राउंड के बाद ही मतगणना केंद्र छोड़ कर चले गए थे। मेरी जीत की खबर के बाद घर वापस गए कार्यकर्ता वापस लौटे और भाजपा के कार्यकर्ता के साथ आए ढ़ोल और नगाड़ों पर कांग्रेस कार्यकर्ता नाचने लगे। मैंने अपने हाथों से कार्यकर्ताओं को लड्डू खिलाए।